अखंड विष्णु कार्यम् मंत्र, जिसे “Rishiking Akhand Vishnu Karyam Mantra lyrics” के नाम से भी जाना जाता है, भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित एक शक्तिशाली वैदिक मंत्र है। यह मंत्र धन, समृद्धि, और आध्यात्मिक शांति को आकर्षित करने के लिए प्रसिद्ध है। इसे “अखंड विष्णु कार्यम् व्यासनेन चराचरम्” मंत्र के रूप में भी खोजा जाता है। इस लेख में हम इस मंत्र के बोल (lyrics), इसका हिंदी और अंग्रेजी में अर्थ, लाभ, और जप विधि को विस्तार से समझेंगे।
Rishiking Akhand Vishnu Karyam Mantra Lyrics
अखंड विष्णु कार्यम् व्यासनेन चराचरम्।
तत्पदम दर्शितं येन तस्मै श्री लक्ष्मीयाय नमः।
नारायण नारायण नारायण।
हिंदी में उच्चारण (Akhand Vishnu Karyam Characharam Mantra in Hindi):
अखंड विष्णु कार्यम व्यासनेन चराचरम।
तत्पदम दर्शितम येन तस्मै श्री लक्ष्मीयाय नमः।
नारायण नारायण नारायण।
अंग्रेजी में उच्चारण (Akhand Vishnu Karyam Characharam Mantra in English):
Akhand Vishnu Karyam Vyasnen Characharam.
Tatpadam Darshitam Yen Tasmai Shri Lakshmiyay Namah.
Narayan Narayan Narayan.
मंत्र का अर्थ
“Akhand Vishnu Karyam Characharam Mantra” भगवान विष्णु की अखंड शक्ति और उनकी पत्नी लक्ष्मी की कृपा का प्रतीक है। इसका अर्थ निम्नलिखित है:
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अखंड (Akhand): अटूट, अनंत, जो कभी नष्ट न हो।
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विष्णु कार्यम् (Vishnu Karyam): भगवान विष्णु के कार्य, जो सृष्टि के पालन और संरक्षण से संबंधित हैं।
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व्यासनेन (Vyasnen): महर्षि व्यास के माध्यम से, जिन्होंने वेदों और पुराणों में विष्णु की महिमा का वर्णन किया।
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चराचरम् (Characharam): समस्त सृष्टि, जिसमें चर (जीवित) और अचर (निर्जन) शामिल हैं।
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तत्पदम दर्शितं येन (Tatpadam Darshitam Yen): वह सर्वोच्च सत्य या स्थिति जो प्रकट की गई है।
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तस्मै श्री लक्ष्मीयाय नमः (Tasmai Shri Lakshmiyay Namah): श्री लक्ष्मी और भगवान विष्णु को नमस्कार।
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नारायण नारायण नारायण (Narayan Narayan Narayan): भगवान विष्णु के पवित्र नाम का तीन बार जप।
मंत्र के लाभ
“Rishiking Akhand Vishnu Karyam Lyrics” का नियमित जप निम्नलिखित लाभ प्रदान करता है:
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धन और समृद्धि: यह मंत्र धन और समृद्धि को आकर्षित करता है, जिसे “धन वर्षा मंत्र” भी कहा जाता है।
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मानसिक शांति: “अखंड विष्णु कार्यम् व्यासनेन चराचरम्” का जप तनाव और नकारात्मकता को दूर करता है।
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आध्यात्मिक उन्नति: यह भक्तों को भगवान विष्णु और लक्ष्मी के साथ गहरा आध्यात्मिक संबंध स्थापित करने में मदद करता है।
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सकारात्मक ऊर्जा: मंत्र के कंपन से घर और मन में सकारात्मकता का संचार होता है।
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बाधा निवारण: यह नकारात्मक शक्तियों और जीवन की बाधाओं से रक्षा करता है।
अखंड विष्णु कार्यम् मंत्र की जप विधि
“Akhand Vishnu Karyam Characharam Mantra” का जप सही विधि से करने से इसके प्रभाव में वृद्धि होती है। निम्नलिखित विधि का पालन करें:
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समय: प्रातःकाल का ब्रह्म मुहूर्त (4:00 AM से 6:00 AM) या सूर्योदय का समय सर्वोत्तम है।
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स्थान: स्वच्छ और शांत स्थान पर भगवान विष्णु और लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र रखें।
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आसन: कुश, ऊनी, या लकड़ी का आसन उपयोग करें।
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स्नान और वस्त्र: स्नान के बाद स्वच्छ, हल्के रंग के वस्त्र पहनें।
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माला: तुलसी की माला का उपयोग करें, जो भगवान विष्णु को प्रिय है।
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जप संख्या: “Rishiking Akhand Vishnu Karyam Mantra lyrics” का 108 बार जप करें। एक माला में 108 मनके होते हैं।
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ध्यान: भगवान विष्णु के शंख, चक्र, गदा, और पद्म धारण किए स्वरूप का ध्यान करें।
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समापन: जप के अंत में “नारायण नारायण नारायण” का उच्चारण करें।
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नियमितता: एकादशी, पूर्णिमा, या गुरुवार को जप करने से विशेष लाभ होता है।
मंत्र का महत्व
“अखंड विष्णु कार्यम् व्यासनेन चराचरम्” मंत्र वैदिक परंपरा में गहराई से निहित है। यह महर्षि व्यास द्वारा प्रकट सत्य को दर्शाता है और भक्तों को भगवान विष्णु और लक्ष्मी की कृपा से जोड़ता है। इस मंत्र का जप जीवन में स्थिरता, सुख, और समृद्धि लाता है।
सावधानियाँ
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“Rishiking Akhand Vishnu Karyam Lyrics” का उच्चारण शुद्ध और स्पष्ट करें।
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जप के दौरान मन को एकाग्र रखें और बाहरी विचलनों से बचें।
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मांस, मदिरा, और तामसिक भोजन से परहेज करें।
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श्रद्धा और विश्वास के साथ जप करें।
निष्कर्ष
अखंड विष्णु कार्यम् मंत्र, या “Akhand Vishnu Karyam“, एक शक्तिशाली मंत्र है जो धन, शांति, और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है।