श्रावण मास के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली पंचमी को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है। ये त्योहार हिंदू धर्म के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस दिन भगवान शिव के गण नाग देवता की पूजा करने का विधान है। नाग पंचमी के अवसर पर शेषनाग (अनंत), वासुकी, तक्षक, पद्म, पिंगल, कार्कोटक, कम्बल और अश्वतर जैसे अष्टनाग देवताओं की पूजा विशेष महत्वपूर्ण बताई गई है।
Nag Panchami 2024: नाग पंचमी पर न करें यह गलती
आज नाग पंचमी के खास अवसर पर हम आपको बताएंगे कि इस दिन आपको किन कार्यों को भूल से भी नहीं करना चाहिए।
- आम तौर पर आपने देखा होगा कि लोग नाग पंचमी पर अक्सर जीवित सांपों की पूजा करते हैं। लोग मंदिरों में जाकर असली नाग को दूध पिलाते हैं और उनकी पूजा करते हैं। हम लोगों को ऐसा कदापि नहीं करना चाहिए, इससे हम लोग अनजाने में सापों के प्रति होने वाली क्रूरता को बढ़ावा देते हैं।
- जानकारों के अनुसार, जीवित सांप को दूध नहीं पिलाना चाहिए, इससे उन्हें नुकसान पहुंच सकता है। नाग पंचमी पर केवल नाग देवता की प्रतिमा को ही दूध अर्पित करना चाहिए। इसके अलावा हमें इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि जिन जीवित सांपों की इस दिन पूजा करते हैं, उन्हें संपेरों द्वारा चोट पहुंचाई जाती है। उनके न केवल दांत तोड़ दिए जाते हैं, बल्कि उनके मुंह को भी चिपका दिया जाता है, ताकि वह हानिकारक न रहें। सांपों पर इस प्रकार के अत्याचारों को हमें बढ़ावा बिल्कुल भी नहीं देना चाहिए।
- इसलिए हमारा आपसे अनुरोध है कि आप इस दिन नाग देवता की प्रतिमा की ही पूजा करें, जीवित नागों को अपने प्राकृतिक वास में रहने दें। हमें सभी जीव जंतुओ की रक्षा करनी चाहिए और उन्हें चोट नहीं पहुंचानी चाहिए।
- ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, नाग पंचमी के दिन काल सर्प दोष और राहु-केतु दोष का निवारण करने के लिए पूजा-पाठ करना चाहिए, लेकिन इसका संबंध जीवित सांप से बिल्कुल भी नहीं है। इसलिए इन दोषों से छुटकारा पाने के लिए जीवित सांप की पूजा न करें और ना ही सांप को किसी प्रकार का कष्ट पहुंचाएं।
Nag Panchami 2024 Date
आज इस लेख में हम जानेंगे की साल Nag Panchami 2024 Kab Hai? और क्या है इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त?
नाग पंचमी: 09 अगस्त, शुक्रवार (श्रावण, शुक्ल पक्ष, पंचमी)
पंचमी तिथि प्रारम्भ: 09 अगस्त, शुक्रवार को 12:36 AM पर
पंचमी तिथि समापन: 10 अगस्त, शनिवार को 03:14 PM पर
नाग पंचमी पूजा मूहूर्त- 05:29 AM से 08:07 AM तक
कुल अवधि: 02 घण्टे 38 मिनट की रहेगी।
गुजरात में नाग पञ्चम 24 अगस्त 2024, शनिवार को मनाया जाएगा।
नाग पंचमी के दिन क्या करना चाहिए
ब्रह्म मुहूर्त- 04:02 AM से 04:46 AM तक
प्रातः सन्ध्या- 04:24 AM से 05:29 AM तक
अभिजित मुहूर्त– 11:37 AM से 12:30 PM तक
विजय मुहूर्त- 02:15 AM से 03:07 PM तक
गोधूलि मुहूर्त- 06:38 PM से 06:59 PM तक
सायाह्न सन्ध्या- 06:38 PM से 07:43 PM तक
अमृत काल- 07:57 PM से 09:45 PM तक
निशिता मुहूर्त – 11:42 PM से 12:25 PM (10 अगस्त) तक
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नाग पंचमी के दिन भगवान शिव और नाग देवता की पूजा करने से महापाप भी नष्ट हो जाते हैं, साथ ही नाग देवता की पूजा करने वाले जातक की कुंडली में राहु, केतु और कालसर्प दोष शांत हो जाते हैं। भगवान शिव के प्रिय नाग देवता की उपासना से आने वाली विपत्तियों से मुक्ति मिलती है, साथ ही घर में धन-समृद्धि का भी वास होता है।
तो यह थी नाग पंचमी के शुभ मुहूर्त, व महत्व से जुड़ी पूरी जानकारी, हमारी कामना है कि आपका ये व्रत व पूजा अर्चना सफल हो, और भगवान शिव व नाग देवता की कृपा आप पर सदैव बनी रहे।