Ashutosh Shashank Shekhar Lyrics | आशुतोष शशांक शेखर

Ashutosh Shashank Shekhar Lyrics | आशुतोष शशांक शेखर

Ashutosh Shashank Shekhar Lyrics

आशुतोष शशांक शेखर शिव स्तुति अर्थ

 

श्लोक : 1

आशुतोष शशांक शेखर,

चन्द्र मौली चिदंबरा,

कोटि कोटि प्रणाम शम्भू,

कोटि नमन दिगम्बरा ॥

अर्थ

मस्तक पर चंद्र धारण करने वाले जल्दी से प्रसन्न होने वाले ऐसे भगवान शिव को प्रणाम है।

 

श्लोक : 2

निर्विकार ओमकार अविनाशी,

तुम्ही देवाधि देव,

जगत सर्जक प्रलय करता,

शिवम सत्यम सुंदरा ॥

अर्थ

सृष्टि के रचयिता ऐसे ओंमकार स्वरूप जिसका कोई विकार नहीं वह शिव सत्य और सुंदरता का प्रतीक है।

 

श्लोक : 3

निरंकार स्वरूप कालेश्वर,

महा योगीश्वरा,

दयानिधि दानिश्वर जय,

जटाधार अभयंकरा ॥

अर्थ

समय और योगियो के स्वामी जिसकी जटा भयजनक है और वह रूप रहित है ऐसे दया के सागर की जय हो।

 

श्लोक : 4

शूल पानी त्रिशूल धारी,

औगड़ी बाघम्बरी,

जय महेश त्रिलोचनाय,

विश्वनाथ विशम्भरा ॥

अर्थ

तीन आंख वाले सभी को धारण करने वाले साधु जिसके एक हाथ में त्रिशूल धारण किया हुए हैं ऐसे मेरे महादेव की जय हो।

 

श्लोक : 5

नाथ नागेश्वर हरो हर,

पाप साप अभिशाप तम,

महादेव महान भोले,

सदा शिव शिव संकरा ॥

अर्थ

भगवान् शिव आप नाथ हो विनाशक और सर्वसंमर्थ हो। आप अंधकार को दूर करने वाले हो। आप महान भोले ऐसे शिव शंकर हो।

 

श्लोक : 6

जगत पति अनुरकती भक्ति,

सदैव तेरे चरण हो,

क्षमा हो अपराध सब,

जय जयति जगदीश्वरा ॥

अर्थ

आप जगत के स्वामी है आप भक्ति से प्राप्त हो। हमारे पाप को क्षमा करो। आपकी जय जय कार हो।

 

श्लोक : 7

जनम जीवन जगत का,

संताप ताप मिटे सभी,

ओम नमः शिवाय मन,

जपता रहे पञ्चाक्षरा ॥

अर्थ

आप जन्म और जीवन के देवता हो। आप ताप और संताप को मिटाने वाले है। हमारा मन हमेशा ओम नमः शिवाय जपता रहे।

 

श्लोक : 8

आशुतोष शशांक शेखर,

चन्द्र मौली चिदंबरा,

कोटि कोटि प्रणाम शम्भू,

कोटि नमन दिगम्बरा ॥

अर्थ

मस्तक पर चंद्र धारण करने वाले जल्दी से प्रसन्न होने वाले ऐसे भगवान शिव को प्रणाम है।

 

आशुतोष शशांक शेखर शिव स्तुति PDF Download

 

Ashutosh Shashank Shekhar Lyrics in English

 

Shlok : 1

Aashutosh shashaank shekhar,

Chandr mowlii chidambaraa,

Koṭi koṭi praṇaam shambhuu,

Koṭi naman digambaraa ॥

 

Shlok : 2

Nirvikaar omakaar avinaashii,

Tumhii devaadhi dev,

Jagat sarjak pralay karataa,

Shivam satyam sundaraa ॥

 

Shlok : 3

Nirankaar svaruup kaaleshvar,

Mahaa yogiishvaraa,

Dayaanidhi daanishvar jay,

Jaṭaadhaar abhayankaraa ॥

 

Shlok : 4

Shuul paanii trishuul dhaarii,

Owgadii baaghambarii,

Jay mahesh trilochanaay,

Vishvanaatha vishambharaa ॥

 

Shlok : 5

Naath naageshvar haro har,

Paap saap abhishaap tam,

Mahaadev mahaan bhole,

Sadaa shiv shiv sankaraa ॥

 

Shlok : 6

Jagat pati anurakatii bhakti,

Sadaiv tere charaṇ ho,

Kshamaa ho aparaadh sab,

Jay jayati jagadiishvaraa ॥

 

Shlok : 7

Janam jiivan jagat kaa,

Santaap taap miṭe sabhii,

Om namah shivaay man,

Japataa rahe pañchaaksharaa ॥

 

Shlok : 8

Aashutosh shashaank shekhar,

Chandr mowlii chidambaraa,

Koṭi koṭi praṇaam shambhuu,

Koṭi naman digambaraa ॥

 

 

आशुतोष शशांक शेखर शिव स्तुति PDF Download

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