इस Hanuman Chalisa Lyrics वेबसाइट में सब भाषाओं में हम हनुमान चालीसा करेंगे और भजन और भक्ति क|भी लेखन करेंगे।
नियमित सुबह या शाम को हनुमान चालीसा पढ़ने से हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। हमारे प्राण की रक्षा करते है। हमारी परेसानियो से छुटकारा मिलता है और तो और हमारी मनोकामना भी पूरी होती है।
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हनुमान चालीसा पढ़ने के नीति नियम
- हनुमान चालीसा रोज सुबह या शाम को अपने निस्यित समय में बोलनी चाहिए ।
- उससे पहले राम नाम का 108 बार जप करना चाहिए।
- यह पाठ ब्रह्म मूर्हत में किया जाय तो सबसे ज्यादा लाभ दायिक है ।
- जब आप हनुमान चालीसा का पाठ करने बैठे तब आसान धारण करना जरूरी है।
- एक लोटे में पानी लेके पाठ करना है पाठ के बाद वह पानी सबको प्रसाद के रूप में देना है।
Hanuman Chalisa In Hindi Lyrics | हनुमान चालीसा आरती PDF
।। दोहा।।
श्री गुरु चरण सरोज रज, निज मनु मुकुर सुधारि।
बरनउं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि॥
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमार।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेश बिकार॥
।। चौपाइ।।
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥
राम दूत अतुलित बल धामा।
अंजनिपुत्र पवनसुत नामा ॥1॥
महाबीर बिक्रम बजरंगी।
कुमति निवार सुमति के संगी ॥
कंचन बरन बिराज सुबेसा।
कानन कुंडल कुंचित केसा ॥2
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै।
काँधे मूँज जनेऊ साजै ॥
संकर सुवन केसरीनंदन।
तेज प्रताप महा जग बंदन ॥3
बिद्यावान गुनी अति चातुर ।
राम काज करिबे को आतुर ॥
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।
राम लखन सीता मन बसिया॥4
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा ।
बिकट रूप धरि लंक जरावा ॥
भीम रूप धरि असुर सँहारे ।
रामचन्द्र के काज सँवारे ॥5
लाय सजीवन लखन जियाये।
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये ॥
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥6
सहस बदन तुम्हरो जस गावें।
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं ॥
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा।
नारद सारद सहित अहीसा ॥
जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते ।
कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते ॥
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीह्ना ।
राम मिलाय राज पद दीह्ना ॥
तुम्हरो मंत्र विभीषन माना।
लंकेस्वर भए सब जग जाना ॥
जुग सहस्र जोजन पर भानू।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू ॥
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं।
जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं ॥
दुर्गम काज जगत के जेते।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते ॥
राम दुआरे तुम रखवारे।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे ॥
सब सुख लहै तुम्हारी सरना।
तुम रच्छक काहू को डरना ॥
आपन तेज सम्हारो आपै।
तीनों लोक हाँक ते काँपे ॥
भूत पिसाच निकट नहिं आवै।
महाबीर जब नाम सुनावै ॥
नासै रोग हरै सब पीरा।
जपत निरंतर हनुमत बीरा ॥
संकट तें हनुमान छुड़ावै।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै ॥
सब पर राम तपस्वी राजा।
तिन के काज सकल तुम साजा ॥
और मनोरथ जो कोई लावै।
सोई अमित जीवन फल पावै ॥
चारों जुग परताप तुम्हारा।
है परसिद्ध जगत उजियारा ॥
साधु संत के तुम रखवारे।
असुर निकंदन राम दुलारे ॥
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता।
अस बर दीन जानकी माता ॥
राम रसायन तुम्हरे पासा।
सदा रहो रघुपति के दासा ॥
तुम्हरे भजन राम को पावै।
जनम जनम के दुख बिसरावै ॥
अंत काल रघुबर पुर जाई।
जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई ॥
और देवता चित्त न धरई।
हनुमत सेई सर्व सुख करई ॥
संकट कटै मिटै सब पीरा।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा ॥
जै जै जै हनुमान गोसांई।
कृपा करहु गुरु देव की नांई ॥
जो सत बार पाठ कर कोई।
छूटहि बंदि महा सुख होई ॥
जो यह पढ़े हनुमान चलीसा।
होय सिद्धि साखी गौरीसा ॥
तुलसीदास सदा हरि चेरा।
कीजै नाथ हृदय मुँह डेरा ॥
।। दोहा।।
पवनतनय संकट हरन मंगल मूरति रूप॥
राम लखन सीता सहित हृदय बसहु सुर भूप ॥
॥ सियावर रामचन्द्र की जय ॥
॥ पवनसुत हनुमान की जय ॥
॥ उमापति महादेव की जय ॥
॥ बोलो रे भई सब सन्तन की जय ॥
हनुमान चालीसा अर्थ सहित हिंदी में
Hanuman chalisa lyrics pdf in hindi
हनुमान चालिसा के लाभ
- रोज हनुमान चालीस बोलने से 8 बड़े लाभ होते है।
- हम आध्यतिम एवम शरीरिक बल की प्राप्ति होती है हम रोगों से लड़नेकी सकती मिलती है। मन मे शांति मिलती है और स्मरण शक्ति बढ़ती है।
- हमारे मन मे नित्य पवित्र की भवन बढ़ती है। नकारात्मक विचार से मुक्ति मिलती है।
- हनुमान चालीस हमे भय से मुक्ति देता है और तनाव को दूर करता है।
- हनुमान जी हमारा हर तरह का संकट मिटा देते है और या अपने अंदर की आशा का संचार देती है।
- कहते है की हनुमान चालीसा नित्य का 100 बार पाठ करने से हर बंधन मे से मुक्ति मिलती है।
- हमारे घर मे अगर रोज हनुमान चालीसा का नित्य पाठ होता है तो नकारात्मक ऊर्जा चली जाती है और जीवन मे सकरात्मक प्रभाव पड़ेगा।
- हम बुराइयों से छुटकर मिलता है या फिर बुरी आदतो दूर हो जाती है।
- नित्य हनुमान चालीसा का पाठ हमारे जीवन को बदल सकता है।
हनुमान चालीसा से पहले क्या पढ़ना चाहिए?
हनुमान चालीसा पढ़ने से पहले गणेश की वंदन करनी चाहिये और फिर श्री राम जी का 108 बार नाम जप करना चाहिए।
क्या हम बिना नहाए हनुमान चालीसा पढ़ सकते हैं?
हा, अगर आप ने स्नान नही किया फिर भी हनुमान चालीसा पढ़ सकते है।
आप दिन मे कभी भी बोल सकते है लेकिन ब्रम्ह मुरत सबसे अच्छा माना जाता है हनुमान चालीसा बोलने के लिए।